सीधी में कांग्रेस का घर वापसी अभियान
भाजपा का साथ छोड़ सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने थामा कांग्रेस का हांथ
समय INDIA 24 @ 8839245425 सीधी । कांग्रेस का घर वापसी अभियान दिन शुक्रवार को जिला मुख्यालय सीधी से पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल कि उपस्थिति में शुरू हुआ। इस दौरान भाजपा छोड़ कर आए दर्जनों पदाधिकारी और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी कि सदस्यता ली। सीधी शहर स्थिति गाँधी चौक में आयोजित घर वापसी कार्यक्रम पर जनसभा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए मध्यप्रदेश विधानसभा पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने कहा कि आने वाले दिनों में सीधी- सिंगरौली जिले के कांग्रेस और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता हर उस घर में दस्तक देंगे जो पहले कांग्रेस के साथ था और किन्हीं कारणों से हमसे अलग हो गया है।
सिंह ने अपने पिता स्व. अर्जुन सिंह का स्मरण करते हुए कहा कि अभी जैसे भाजपा दिख रही है, एक ऐसा समय था जब पूरे सीधी में सोशलिस्ट पार्टी दिखाई पड़ने लगी थी। तब दाऊ साब ने घर वापसी का अभियान चलाकर सभी पुराने कांग्रेसियों को एक किया था। इसके बाद इस जिले में कांग्रेस पार्टी मजबूत होकर सामने आई थी। अब समय आ गया है कि हमारे कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने के लिए सघन अभियान चलायें| हम हर व्यक्ति से मिलें, आज चाहे वह किसी भी पार्टी में हो| सीधी जिले में आप जिस भी घर में दस्तक देंगे, वह मूल रूप कांग्रेसी रहा होगा| उस घर के परिवार एक सदस्य को जरुर अपने साथ जोड़ें| आने वाले छह महीने तक इस घर वापसी कार्यक्रम को सघन रूप से चलायें| इसके बाद भी 2023 तक हमारी ऐसी कोशिश रहे कि सीधी जिले में हर घर कांग्रेस से जुड़ जाये|
अजय सिंह ने कहा कि पं. हनुमान प्रसाद जी जो 1957 में मेरे पिता के प्रस्तावक और इलेक्शन एजेंट रहे, मैं उनके घर में भी दस्तक दूंगा और आग्रह करूंगा कि वे हमारे साथ रहें| इसी तरह आप सब लोग कोशिश करेंगे तो कोई असंभव नहीं है कि 2023 के चुनाव में सीधी और सिंगरौली जिले की पूरी सात सीटें कांग्रेस पार्टी की झोली में आ जाएँ| सिंह ने कहा कि इसी भावना के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को काम करना है| श्री सिंह ने भाजपा छोडकर कांग्रेस में शामिल होने वाले लगभग 300 लोगों को बधाई देते हुए कहा कि वे सत्ता का सुख छोड़कर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं| उनके मन में जरुर कोई पीड़ा रही होगी जिसकी वजह से वे भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आये| जिनके मन में पीड़ा है, हमें उनके हाथ जोड़कर अपने साथ लेना चाहिए| उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि यदि हमारा बिछुड़ा हुआ साथी वापस आता है तो उससे बड़ी कोई उपलब्धि नहीं हो सकती। हमें सबको जोड़ने का काम करना पड़ेगा आखिर वे सब अपने ही हैं। किसी एक व्यक्ति नहीं बल्कि सबके सक्रिय होने से पार्टी मजबूत होगी।