सीधी – कृषि बिल को लेकर किसान एकता संघ में रोष व्याप्त

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अमित कुमार गौतम “स्वतंत्र” @ सीधी। केंद्र सरकार के कृषि बिल के खिलाफ किसान एकता संघ में जबरदस्त रोष व्याप्त है। दिन रविवार को जिले के कलेक्ट्रेट चौक स्थित वीथिका भवन में किसान एकता संघ सीधी बैठक आयोजित किया और केंद्र सरकार के कृषि बिल का एक ध्वनि में विरोध किया गया।

किसान एकता संघ सीधी द्वारा देश के प्रधान मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया जिसमें केंद्र सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र के लिए पारित अध्यादेश का विरोध करते हुए हरियाणा प्रदेश के पिपली गांव के किसानों पर हुई लाठी चार्ज का जांच और दोषियों पर कार्यवाही की मांग की गई है।किसान एकता संघ ने डॉ एम एस स्वामी नाथन आयोग रिपोर्ट में दिए गए सुझाव को लागू करने की मांग करते हुए MSP पर 50% की वृद्धि की मांग की गई हैं।

इनका कहना है :-

नए कृष बिल पर सरकार को पुनः विचार करना चाहिए। कृषि बिल के पारित होने से किसान परेशान हैं और उन्हें डर है कि बिल से किसानों को भारी नुकसान होगा। – गंगा प्रसाद पाण्डेय (प्रदेश अध्यक्ष, किसान एकता संघ सीधी)

केंद्र सरकार द्वारा लाया गया कृषि बिल किसान विरोधी है, सरकार किसानों का एक तरह से निजीकरण किया है। सरकार को नए कृषि कानून में MSP को स्पष्ट करना चाहिए। – शैलेन्द्र तिवारी “शैलू दत्त” (कलाकार एवं मजदूर किसान नेता)

ये रहे उपस्थिति :- केंद्र सरकार के नए कृषि बिल के विरोध में आयोजित बैठक पर हरीलाल जायसवाल (प्रदेश संयोजक),गंगा प्रसाद पाण्डेय (प्रदेश अध्यक्ष), रामसागर मिश्रा (प्रदेश उपाध्यक्ष) सुदामा प्रसाद पाण्डेय (संम्भागीय उपाध्यक्ष रीवा) शैलेन्द्र तिवारी “शैलू दत्त” (कलाकार एवं मजदूर किसान नेता), नागेन्द्र विश्वकर्मा , रामसुजान कुशवाहा, अनुज कुमार मिश्रा, डॉ सुजीत पाण्डेय, धीरेश पाण्डेय,सोनू विश्वकर्मा,अनिल कुमार द्विवेदी, श्रीकान्त तिवारी, देवेद्र सिंह चौहान, राम सेवक तिवारी सहित अन्य किसान नेता उपस्थित रहे।