खनिज प्रशासन कि निरंकुशता से रेत ठेकेदार और क्रेशर संचालकों कि बल्ले – बल्ले
संचालित क्रेशर प्लांटो में नियमो कि अनदेखी, संचालकों की नही दिख रही प्रतिबद्धता
ए.के स्वतंत्र (8839245425) समय INDIA 24@सीधी। खनिज विभाग और प्रशासन कि निरंकुशता से खनिज माफियों के हौसले लगातार बुलंद हो रहे हैं। जिसका परिणाम है कि नियमो को ताक में रख कर क्रेशरों का संचालन किया जा रहा है। जिले में चल रहे अधिकांशत: क्रेशरो में न तो पर्यावरण प्रदूषण को रोकने का इंतजाम किया गया है और न हीं पानी का छिड़काव किया जाता है। क्रेशर प्लांट से उड़ने वाली धूल से आसपास रहने वाले ग्रामीणों को प्रदूषण से बचाने का कोई इंतजाम क्रेशर संचालकों द्वारा नही किया जा रहा। क्रेशर प्लांट वहां बसी बस्ती के लोगों के लिए बीमारी का कारण बन रहा है। बता दें कि क्रेशर संचालको द्वारा लाइसेंस लेने और मापदंडों व नियमो का पालन करने के लिए लिखिततौर पर अनुबंधित होना होता है, इसके बावजूद नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।किसानो कि माने तो क्रेशर प्लांटो से उड़ने वाली धूल व डस्ट से फसलों में खराब प्रभाव पड़ता है जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। यही नही मानव और मवेशियों में भी इसका असर पड़ता है।
सूत्रों कि माने तो कई क्रेशर संचालको द्वारा स्वीकृत पट्टे से ज्यादा जमीन पर कब्जा कर अवैध रूप से काले पत्थर का कारोबार किया जा रहा है। लेकिन खनिज विभाग व प्रशासन कभी इन खदानों में न निरीक्षण करता है न ही नियमो का पालन कराने के लिए क्रेशर संचालकों के लिए प्रतिबद्धता रखता है। सवाल यह उठता है कि खनिज अधिकारी कब तक रेत ठेकेदार और क्रेशर संचालकों कि मनमानियो को देखता रहेगा?
इनका कहना है –
क्रेशर प्लांटो का निरीक्षण किया जाएगा। निरीक्षण दौरान कमी पाए जाने पर कार्यवाही कि जाएगी।
दीपमाला त्रिपाठी – खनिज अधिकारी, सीधी
सीधी जिले का खनिज विभाग और प्रशासन को गंभीरता लेनी चाहिए कि शासन के राजस्व व खनिज सम्पदाओ को नुकसान न पहुंचे। लेकिन यहां खनिज विभाग के अधिकारी न क्रेशर प्लांट और रेत खदानों का निरीक्षण करते हैं न ही कार्यवाही। यह भर्रेशाही अब आम आदमी पार्टी नही चलने देगी।
– रामचरण सोनी- प्रदेश प्रवक्ता, आम आदमी पार्टी