यंग थिंकर्स कॉन्क्लेव में वाग्देवी की प्रतिमा को वापिस लाने का मुख्यमंत्री ने लिया संकल्प
बौद्धिक वैचारिक विमर्श हेतु एकत्रित हुए हैं देश भर के युवा
समय INDIA 24 रविशंकर @ इंदौर। “मैं आपको आवश्वस्त करता हूँ कि हम वाग्देवी की प्रतिमा लाने की पहल करेंगे।” यह बात राजनीति शास्त्र में गोल्ड मेडलिस्ट एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के डेली कॉलेज में यंग थिंकर्स कॉन्क्लेव में कार्यक्रम के शुभारंभ पर कही ये कार्यक्रम में अतिथि के रूप में यहाँ सम्मलित हुए थे। उन्होने मन, बुद्धि, आत्मा के सुख की बात करते हुए बौद्धिक सुख प्राप्त करने के लिए यंग थिंकर्स कॉन्क्लेव के आयोजन की बात बताई।उन्होंने बताया कि एक तिहाई विश्व एक जमाने में कम्युनिस्ट हुआ तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता चली गयी। जबकि इसके विपरीत भारत के विचार को उन्होंने सबके कल्याण की कामना करने वाला बताया। उन्होंने गोवर्धन पूजा सहित अन्य बातों का उदाहरण देते हुए उन सबके पीछे भारतीय परंपरा को पर्यावरण को प्राथमिकता देने वाला बताया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्रज्ञा प्रवाह के संस्थापक श्री जे नंदकुमार जी ने आयोजन के प्रारम्भ के दिन को विशेष बताया। वे बोले कि आज विचार और ज्ञान को लेकर एक मंथन शुरू करने का अच्छा दिन है क्योंकि आज ज्ञान पंचमी है। उन्होंने भगवत गीता के संदेश पर जोर देते हुए छोटे बड़े कामों को शुरू करने से पहले संकल्प और अर्थ को त्यागकर, कर्म को प्रथमिकता देकर ध्यान केंद्रित करने वाले व्यक्तियों को बुद्धिजीवी बताया।उन्होंने ट्रेड यूनियन, ज्यूडिशियल में बैठे लोगों पर प्रश्न खड़ा करते हुए उसमें भी देश-संस्कृति विरोधी विचारधाराओं के होने की बात की। उन्होंने फैमिली सिस्टम को समाप्त करने वाली विचारधारा पर से पर्दा उठाया। साम्प्रदायिकता, कट्टरवाद के पीछे एकेश्वरवाद होने की भी उन्होंने बात की। कट्टरवाद के कारण होने वाले नुकसान पर भी उन्होंने विस्तृत चर्चा की।उन्होंने नागरिकों के मन से गुलामी के निशान को निकालने की बात कही। कार्यक्रम में आये सहभागियों से भारतीय ज्ञान परंपरा से स्वयं को भरने एवं दुनिया के सामने इसे रखने का भी आवाह उन्होंने किया। उन्होने अरविन्दों के पांच उद्देश्य को बताया जिसमें भारत को अखंड बनाने से लेकर विश्व भर में भारत के विचार फैलाने तक की बात कही। कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, डेली कॉलेज गवर्निंग बोर्ड के अध्यक्ष विक्रम सिंह पंवार आदि मंचासीन रहे स्वागत उद्बोधन यंग थिंकर्स फोरम के संस्थापक आशुतोष सिंह ठाकुर एवं आभार त्रिज्यान्स सोनकर ने किया उद्घाटन सत्र के पश्चात समानांतर सत्र भी आयोजित हुए, जिसमे ‘एकेश्वरवाद के मूल सिद्धांत विषय पर वक्ता के रूप में प्रख्यात चिंतक एस के श्रीवास्तव व प्रो. वीरू प्रकाश जद्दीपल ने प्रकाश डाला। वहीं प्रख्यात लेखक कवि संदीप बालकृष्णन, राम शर्मा, सौम्या डे ने प्रोटेस्ट कल्चर की पध्दति विषय पर अपने विचार रखे।
उक्त कार्यक्रम का शुभारंभ संभव उपकरा द्वारा शंखनाद एवं दीप प्रज्जवलित कर हुआ। कॉन्क्लेव की थीम ईमेज धार भोजशाला की वाग्देवी की प्रतिमा व चित्र आकर्षण का केंद्र रहे। इसके बाद मंच पर उपस्थित जनों का धार स्तिथ वाग्देवी की प्रतिमा देकर स्वागत किया। कॉन्क्लेव में सांस्कृतिक सत्र के दौरान युवा कलाकारों ने भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कॉन्क्लेव में भारतीय ज्ञान परम्परा की झलक को प्राथमिकता दी गयी है सत्राआरम्भ में प्रदेश सहित देश भर के विभिन्न राज्यो के युवा प्रतिभागियों सहित विशिष्टजन राजनेता उपस्थित रहे।
यंग थिंकर्स कॉन्क्लेव के दूसरे दिन आज करीब चार सत्रो मे विभिन्न विषयों पर राहुल रोशन, अमन चौपड़ा, पंकज सक्सेना, राघव कृष्णा, विजय मनोहर तिवारी, शतावधानी आर गणेश, प्रो.बी.महादेवन, प्रो. विजय कुमार मेनन, स्वामी मित्रानंदा, युवाओं को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। वहीं समापन सत्र में चिन्मय मिशन चेन्नई के स्वामी मित्रांन्द व उच्च शिक्षा मन्त्री मोहन यादव भी सम्मिलित होंगे।